कुछ रिश्ते अनजाने से, अनछुए दीवाने से,
कच्चे धागों में लिपटे से,
मन के भावों में सिमटे से,
हम मिलकर भी बेगाने से,
कुछ रिश्ते अनजाने से,
कुछ कह कर चुप रह जाने से,
चुप रह कर सब कह जाने से,
किस्सों और फ़साने से,
कुछ रिश्ते अजनाने से,
आँखों के पैमाने से,
खुशियों के मयखाने से,
साँसों के आने जाने से,
कुछ रिश्ते अनजाने से, अनछुए दीवाने से.
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अनिरुद्ध
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